वो पुछती है ,
मैं उससे इतना प्यार क्यों करता हूँ ? ?
तुम्हें पाने की. . . . .
वो कहती है ,
हर वक्त उदास क्यों रहते हो ? ?
मैनें कहा कोशिश है
तुम्हें हर खुशी दिलाने की. . . . .
वो कहती है ,
हर वक्त सोचते क्यों रहते हो ? ?
मैनें कहा आदत हो गई है
तुम्हें ख्यालों में अपना बनाने की . . . . .
वो कहती है ,
मैं न मिली तो ? ?
मैनें कहा तो तम्मना है
ये जिन्दगी मिटाने की. . . . .
वो कहती है ,
तुम्हें क्या मिलेगा मर कर ? ?
मैनें कहा एक उम्मीद ,
अगले जन्म में तुम्हें अपना बनाने की . . . . .
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